Suryakumar Yadav: वनडे फॉर्मेट में कैसे को हो सफल? सूर्यकुमार यादव को वर्ल्ड कप से पहले पूर्व कोच ने दिया खास मंत्र
Suryakumar Yadav: वनडे फॉर्मेट में कैसे को हो सफल? सूर्यकुमार यादव को वर्ल्ड कप से पहले पूर्व कोच ने दिया खास मंत्र
Suryakumar Yadav: आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 (ICC WC 2023) के लिए टीम इंडिया (Team India) का ऐलान हो गया है। मंगलवार को बीसीसीआई (BCCI) की चयन समिति ने 15 सदस्यीय टीम की घोषणा की, जिसमें रोहित शर्मा (Rohit Shrama) की कप्तानी में स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) को जगह मिली है। सूर्यकुमार यादव के हाल के वनडे रिकॉर्ड्स को देखते हुए उन्हें स्क्वॉड का हिस्सा बनाना काफी हैरानी वाला फैसला भी माना जा रहा है। क्योंकि टी20 की तुलना में उनका वनडे करियर काफी खराब साबित हुआ है।
वनडे वर्ल्ड कप से पहले सूर्यकुमार यादव को संजय बांगड़ की बड़ी सलाह
अब वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में सूर्यकुमार यादव को खेलने का मौका मिल गया है, जिसके बाद वो इस मौके को भुनाना चाहेंगे। वनडे करियर में रन बनाने के लिए संघर्ष करते दिखे सूर्यकुमार यादव को वर्ल्ड कप में सफल होने के लिए भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने बड़ा मंत्र दिया है। संजय बांगड़ का मानना है कि सूर्या को यहां सफल होने के लिए मध्य के ओवर्स में बाउन्ड्री के बारे में सोचने की बजाय स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान देना अहम होगा।
बांगड़ ने कहा, मध्य के ओवर्स में बाउन्ड्री लगाना नहीं होता आसान
संजय बांगड़ ने स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए कहा कि, “ वह (सूर्यकुमार यादव) पहले ही कह चुका है कि उनके साथ राहुल द्रविड़ हैं और उन्होंने उनसे बात की है। सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि बीच के ओवरों में बाउंड्री लगाना आसान नहीं होता है, क्योंकि गेंद पुरानी हो जाती है।’’ सूर्यकुमार ने टी20 इंटरनेशनल फॉर्मेट में करीब 46 की औसत से रन बनाए हैं। वहीं वनडे में उनके बल्ले से अब तक 32 मैचों में केवल 24 की औसत से ही रन निकले हैं, जिसमें वो केवल 2 अर्धशतकीय पारियां खेली हैं।
सूर्या हैं प्रतिभाशाली, लेकिन बीच के ओवरों में सीखना होगा स्ट्राइक रोटेट करना
इसके बाद संजय बांगड़ ने आगे कहा कि, “सूर्यकुमार बहुमुखी प्रतिभा के खिलाड़ी हैं और वह निश्चित तौर पर बाउंड्री लगाने को अपना लक्ष्य लेकर चलते हैं। उन्हें इस बात की अच्छी समझ है कि बाउंड्री कहां लगानी है। लेकिन उन्हें यह पता करने की जरूरत है कि 25 से लेकर 40वें ओवर के बीच कैसे बल्लेबाजी करनी है। मुझे नहीं लगता कि बीच के ओवरों में कैसे रन बनाने हैं इसको लेकर उनके दिल और दिमाग में स्पष्टता है। वह टी20 फॉर्मेट की तरह ही बल्लेबाजी कर सकते हैं लेकिन अगर विकेट गिरते हैं तो उन्हें यह पता करने की जरूरत है कि 25 से लेकर 40वें ओवर तक स्ट्राइक कैसे रोटेट करनी है। उन्हें इस अवधि में रन बनाने के लिए अपना तरीका ढूंढना होगा जिस पर वह निश्चित तौर पर सोच रहे होंगे।“