IPL 2024: बीमार मां ने फाइनल मैच से पहले अपने बेटे को कही थी ये खास बात, जीत के बाद बेटे ने किया खुलासा
IPL 2024: बीमार मां ने फाइनल मैच से पहले अपने बेटे को कही थी ये खास बात, जीत के बाद बेटे ने किया खुलासा
IPL 2024: कोलकाता नाइट राइडर्स के रूप में इंडियन प्रीमियर लीग के 17वें एडिशन का चैंपियन मिल गया है। सुपर संडे को आईपीएल के इस सीजन का ग्रैंड फिनाले खेला गया, जहां कोलकाता नाइट राइडर्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को 8 विकेट से बड़े अंतर से मात देकर तीसरा बार खिताब पर कब्जा किया। इस सीजन की शुरुआत से डोमिनेट कर रही श्रेयस अय्यर की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स का फाइनल में भी चैंपियन वाला प्रदर्शन देखने को मिला, जिन्होंने खतरनाक फॉर्म में चल रही ऑरेंज आर्मी को बहुत ही आसानी से मात दी।
फाइनल मैच में रहमानुल्लाह गुरबाज का रहा अहम योगदान
चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में केकेआर की जीत में उनके गेंदबाजों का सबसे बड़ा योगदान रहा। इस टीम को चैंपियन बनाने में बल्ले से वेंकटेश अय्यर के साथ ही विकेटकीपर बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज के अहम योगदान को नहीं भुलाया जा सकता है। वेंकटेश अय्यर ने शानदार 52 रन बनाए तो साथ ही गुरबाज ने 32 गेंद में 39 रन की मैच जीताने वाली पारी खेली। अफगानिस्तान स्टार विकेटकीपर गुरबाज ने वेंकटेश के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 91 रनों की शानदार साझेदारी की।
बीमार मां को घर पर छोड़कर आईपीएल खेलने आए गुरबाज
फाइनल मैच में केकेआर के लिए अपना दम दिखाने वाले गुरबाज इस आईपीएल में अपनी बीमार मां को छोड़कर आए थे। गुरबाज के लिए ये आसान नहीं था। इस अफगान खिलाड़ी को इस सीजन शुरुआत में लगातार मौके नही मिले, लेकिन जैसे ही फिल साल्ट अपने देश लौटे तो गुरबाज को मौका मिला और इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने अहम पारियां खेली। क्वालिफायर-1 मैच में सनराइजर्स पर ही जीत के बाद गुरबाज ने बताया था कि वो अपनी बीमार मां को छोड़कर आईपीएल खेलने आए थे। इसके लिए उनकी खूब तारीफ भी हुई। फाइनल के बाद एक बार फिर से गुरबाज ने अपनी बीमार मां का जिक्र करते हुए बड़ी बात कही।
खिताबी जंग से पहले गुरबाज को मां ने दी थी जीत की दुआ
फाइनल मैच में जीत के बाद केकेआर के विकेटकीपर बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज से सबसे पहले उनकी मां की सेहत के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि, “मुझे लगता है कि मां मैच देख रही होंगी। वह अब ठीक हैं। मैच से पहले मैंने मां से बात की थी। मैंने उनसे पूछा था कि आप क्या चाहती हैं। इस पर उन्होंने जवाब दिया था कि कुछ नहीं बस जीतो। फिल साल्ट ने वास्तव में अच्छा खेला। मैं विश्व कप की तैयारी करना चाहता था। अगर साल्ट घायल हो जाते तब भी मुझे तैयार रहना था। मैंने अच्छी तरह से तैयारी की। जब आप दो महीने मेहनत करते हैं और ऐसा रिजल्ट आता है तो खुशी होती है।”