IND vs SL: टीम इंडिया के नए टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस, क्रिकेट को लेकर कही दिल छू लेने वाली बात
IND vs SL: टीम इंडिया के नए टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस, क्रिकेट को लेकर कही दिल छू लेने वाली बात
IND vs SL: भारतीय क्रिकेट टीम में एक नए युग का आगाज होने जा रहा है। टीम इंडिया में अब कप्तान भी नया होगा और कोच भी नया होगा। जहां टीम इंडिया की टी20 कप्तानी सूर्यकुमार यादव को सौंपी गई है, जो श्रीलंका के दौरे पर 3 मैचों की टी20 सीरीज के साथ अपनी कप्तानी के सफर की शुरुआत करने जा रहे हैं। तो वहीं टीम में हेड कोच के रूप में गौतम गंभीर भी नई पारी को शुरू करने के लिए तैयार हैं।
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी से पहले पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस
सूर्यकुमार यादव वैसे पहले भी टीम के लिए कप्तानी कर चुके हैं, लेकिन ये उनके करियर में परमानेंट कप्तानी के मिलने की संभावना की शुरुआत होगी। रोहित शर्मा के टी20 इंटरनेशनल फॉर्मेट से संन्यास लेने के बाद श्रीलंका के दौरे पर माना जा रहा था कि हार्दिक पंड्या को कप्तान बनाया जाएगा। लेकिन यहां टीम सेलेक्टर्स और कोच ने सूर्यकुमार यादव को टीम का कप्तान बनाया है। जिसके बाद अब माना जा रहा है कि सूर्यकुमार यादव लंबे समय के लिए भारतीय टीम के लिए टी20 कप्तान हो सकते हैं।
सूर्या ने क्रिकेट से सीखा विनम्रता का पाठ
टीम इंडिया श्रीलंका के खिलाफ शनिवार से 3 मैचों की टी20 सीरीज को शुरू करने जा रही है। जिसमें सूर्या बतौर कप्तान अपना दम दिखाने के लिए तैयार है। इस सीरीज से शुरू होने से ठीक एक दिन पहले सूर्यकुमार यादव ने बड़ी बात कही है। उन्होंने क्रिकेट को लेकर दिल छू लेने वाली बात बोली। मैच के पहले दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में सूर्यकुमार यादव ने कहा कि, “क्रिकेट से जो सबसे अहम चीज उन्होंने सीखी वो ये है कि आप कितने विनम्र रहते हो, जब आप कुछ हासिल कर लो या जब अब अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हो, इस दौरान आप कितने विनम्र रहते हो, ये बात मैंने इस खेल से सीखी है. साथ ही उन्होंने आगे कहा कि जब आप मैदान पर कुछ करते हो तो उसे मैदान पर ही छोड़कर जाना चाहिए, मैदान के बाहर इसे नहीं ले जाना है।“
क्रिकेट जीवन नहीं बल्कि है जीवन का हिस्सा- सूर्यकुमार यादव
इसके बाद सूर्यकुमार यादव ने आगे कहा कि “आप क्रिकेट के मैदान पर जो कुछ भी कर रहे वो आपकी जिंदगी नहीं है बल्कि जिंदगी का हिस्सा है। ये आपका जीवन नहीं है, ये आपके जीवन का हिस्सा है। इसलिए ऐसा नहीं है कि जब आप अच्छा कर रहे हो तो टॉप पर रहोगे और जब अच्छा नहीं कर रहे होगे तो अंडरग्राउंड रहेंगे. ये चीज आपको एक स्पोर्ट्समैन के तौर पर नहीं करनी चाहिए, इससे ही मुझे जीवन में संतुलन बनाने में मदद मिलती है।“