Day-Night Test: क्या बीसीसीआई अब नहीं कराएगा डे-नाइट टेस्ट मैच का आयोजन? बोर्ड के सचिव जय शाह ने बतायी हैरान करना वाली वजह
Day-Night Test: क्या बीसीसीआई अब नहीं कराएगा डे-नाइट टेस्ट मैच का आयोजन? बोर्ड के सचिव जय शाह ने बतायी हैरान करना वाली वजह
Day-Night Test: इंटरनेशनल क्रिकेट के अस्तित्व के बाद इस खेल को दिन की रोशनी में ही खेला जाता रहा। साल 1971 में वनडे क्रिकेट की एन्ट्री हुई। जिसके बाद गेंद का रंग बदला लेकिन मैच दिन की रोशनी में ही खेले जाते रहे। आईसीसी ने साल 1979 में वनडे क्रिकेट में बदलाव करते हुए डे-नाइट वनडे मैच की शुरुआत की और इंटरनेशनल क्रिकेट का पहला डे-नाइट मैच 27 नवंबर 1979 को खेला गया। दुधिया रोशनी में खेले जाने वाले इस मैच के बाद धीरे-धीरे वनडे क्रिकेट में डे-नाइट मैचों का सफर तेजी के साथ आगे बढ़ा।
9 साल पहले हुई है डे-नाइट टेस्ट फॉर्मेट की एन्ट्री
डे-नाइट वनडे मैच तो खेले जाते रहे और इसका क्रेज पूरी दुनिया पर छा गया। इसके बाद धीरे-धीरे टेस्ट फॉर्मेट का क्रेज कम होता गया। टेस्ट क्रिकेट फॉर्मेट को फिर से अपने ट्रेक पर लाने के लिए आईसीसी ने साल 2015 में टेस्ट फॉर्मेट में डे-नाइट फॉर्मेट की एन्ट्री करवा दी। जहां पहला डे-नाइट वनडे होने के बिल्कुल 36 साल के बाद टेस्ट फॉर्मेट में डे-नाइट टेस्ट मैचों की शुरुआत हुई। 27 नवंबर 2015 को पिंक बॉल से दुधिया रोशनी में पहला टेस्ट मैच खेला गया।
भारत ने अब तक खेले हैं सिर्फ 3 डे-नाइट टेस्ट, भारत में सिर्फ 2 डे-नाइट टेस्ट
विश्व क्रिकेट में धीरे-धीरे अब डे-नाइट टेस्ट मैचों की क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है और कईं टीमों को डे-नाइट फॉर्मेट वाला टेस्ट खूब रास आ रहा है। लेकिन भारत इतने सालों में अब तक सिर्फ 3 डे-नाइट टेस्ट खेला है। जहां भारत में आज तक केवल 2 डे-नाइट टेस्ट मैच हुए हैं। पिछले 3 साल में तो भारत ने एक भी डे-नाइट टेस्ट मैच नहीं खेला है। भारत ने पहला डे-नाइट टेस्ट मैच 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था, जो मैच सिर्फ 2 दिन के अंदर खत्म हो गया। इसके बाद इंग्लैंड से हुए 2021 में दूसरा टेस्ट मैच भी 3 दिन भी नहीं चला और खत्म हो गया।
बीसीसीआई नहीं पसंद करती है डे-नाइट टेस्ट, जय शाह ने बतायी वजह
भारतीय क्रिकेट टीम आगामी ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर डे-नाइट टेस्ट मैच खेलेगी। लेकिन क्या बांग्लादेश से अगली टेस्ट सीरीज में कोई डे-नाइट टेस्ट होगा, तो इस पर बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने साफ शब्दों में इनकार कर दिया। जय शाह ने तो पूरी वजह बता डाली कि क्यों वो डे-नाइट टेस्ट मैचों के आयोजन के फेवर में नहीं हैं। जय शाह का मानना है कि डे-नाइट टेस्ट 2-3 दिन में खत्म हो जाते हैं, जिससे टेस्ट मैच में रोमांच कम हो रहा है। एक इंटरव्यू में जय शाह ने कहा कि, “आप पांच दिवसीय मैच देखने के लिए टिकट खरीदते हैं, लेकिन मैच 2-3 दिन में खत्म हो जाता है… और टिकटों पर कोई रिफंड नहीं मिलता। मैं इसे लेकर थोड़ा भावुक हूं।”